Friday, September 27, 2019

तुम बिन

~     न जाने क्यों लगा अच्छा - शेर    ~

तुम बिन भी बादल घिरते हैं
और बुरा क्या होगा इससे

तुम बिन भी सावन आता है,
और बुरा क्या होगा इससे

कोसता हूँ बारिश को जितना,
और निगोड़ी होती है

आग लगाती है ये बारिश,
और बुरा क्या होगा इससे

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